2000 रुपए के नोट होंगे बंद!


जारी होने के 2 साल बाद ही सरकार ने बंद की 2000 के नोटों की छपाई, रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने लॉन्च किए जाने के दो बाद ही 2000 रुपए के नोट की प्रिंटिंग बंद कर दी है। The Print की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार ने 2000 रुपए के नोटों की छपाई का काम बंद कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद 2000 के नोट को लॉन्च किया गया। नोटबंदी की वजह से कैश की किल्लत को दूर करने के लिए बड़ा नोट मार्केट में उतारा गया, लेकिन बाजार में आने के दो साल बाद ही 2000 रुपए के नोटों की छपाई बंद कर दी गई है। इस नोट को लेकर मोदी सरकार को कई बार आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। 2000 रुपए के बड़े नोट की वजह से विपक्ष के साथ-साथ आर्थिक मामलों के जानकारों ने भी सरकार की आलोचना की है। कोटक महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर उदय कोटक ने भी माना कि 1000 रुपए के नोट बैन कर 2000 रुपए के नोट जारी करना सही कदम नहीं था।



2000 रुपए के नोट होंगे बंद!

विपक्ष ने 2000 रुपए के नोट को लेकर सरकार पर आरोप लगाया कि इससे मनी लांड्रिंग में और टैक्स चोरी में मदद मिलेगी। इस आरोप को उस वक्त बल मिला जब अप्रैल 2018 में आयकर विभाग को छापेमारी में कई शहरों में कई जगहों पर 2000 रुपए के नोटों वाले भारी कैश बरामद किए। आयकर विभाग ने भी इस बात को माना कि पिछले साल उन्होंने कई जगहों पर 2000 रुपए के नोटों वाले भारी कैश सीज किए गए। सरकार ने ब्लैकमनी को रोकने के लिए 1000 रुपए को बैन कर दिया, लेकिन उसके बदले 2000 रुपए के नोट को लॉन्च कर दिया। ऐसे में ये समझना थोड़ा मुश्किल जरूर रहा कि 2000 रुपए जैसे बड़े नोट के जरिए सरकार ब्लैकमनी को कैसे कंट्रोल करेगी?


सर्कुलेशन हुए कम

द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2018 में देश में 18.03 लाख करोड़ की करेंसी सर्कुलेशन में थी, जिसमें से 6.73 लाख करोड़ वैल्यू की करेंसी 2000 के नोटों की थी, जो कि टोटल करेंसी का 37 फीसदी था। वहीं 7.73 लाख करोड़ वैल्यू के 500 रुपए के नोट थे। अगस्त 2018 में जारी किए गए RBI के वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया कि 2000 रुपए के केवल 7.8 करोड़ नोट साल 2017-18 के सर्कुलेशन में जोड़े गए। रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2018 में 2000 रुपए के नोटों के सर्कुलेशन में कमी आई। मार्च 2017 के मुकाबले मार्च 2018 में 2000 रुपए के नोटों के सर्कुलेशन में 13 फीसदी की कमी आई। मार्च 2017 में जहां 50.2 फीसदी 2000 के नोट सर्कुलेशन में थे तो वहीं साल 2018 में ये 37.3 प्रतिशत रह गई।


2000 के नोटों की प्रिंटिंग कम 

जहां 2000 रुपए के नोटों की छपाई को कम किया जा रहा है तो वहीं 500 रुपए के नोटों की छपाई को बढ़ा दिया गया है। साल 2017 में जहां 958.7 करोड़ रुपए के 500 रुपए के नोट जारी किए गए। इस दौरान 500 रुपए के 588.2 करोड़ नोट सर्कुलेशन में थे। वहीं मार्च 2017 के आंकड़ों से तुलना करें तो मार्च 2017 के मुकाबले मार्च 2018 में 500 रुपए के नोटों के सर्कुलेशन में 20.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

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